FASCINATION ABOUT BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA

Fascination About baglamukhi shabar mantra

Fascination About baglamukhi shabar mantra

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अपने गुरु से आज्ञा लेकर दंड विधान को प्रारम्भ कर दें, शीघ्र ही दुष्ट के किए हुए कर्मों की सजा माँ स्वयं दे देती है। मै एक ऐसे व्यक्ति को जानता हूँ, जिसका पूरा जीवन ही संघर्ष में निकल गया फिर भी वह परेशान था जब किसी भी मंत्र के प्रयोग से सफलता न मिल पा रही हो, तब ग्रामीण आंचल में प्रचलित माँ पीताम्बरा के शाबर मंत्र का प्रयोग करें- सुखद परिणाम मिलता है।

इस परिशिष्ट में जिन मन्त्रों का उल्लेख किया जा रहा है, वे लोक- परम्परा से सम्बद्ध भगवती-उपासकों द्वारा पुनः-पुनः सराहे गए हैं। इन मन्त्रों का प्रभाव असंदिग्ध है, जबकि इनके साधन में औपचारिकताएं नाम मात्र की हैं। यदि भगवती बगलाम्बा के प्रति पूर्ण आस्था एवं श्रद्धा-भाव रखते हुए इन मन्त्रों की साधना की जाए, तो कोई कारण नहीं है कि साधक को उसके अभीष्ट की प्राप्ति न हो।

जिव्हां कीलय बुद्धिम विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।।

ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।

अपने विरोधियों को वश में करने और उन्हें हराने के लिए असल में मां बगलामुखी की पूजा करना एक निश्चित तकनीक है। यदि इस मंत्र का उच्चारण बुरे इरादे के साथ किया जाए, तो get more info यह केवल बुरा परिणाम दे सकता है।

Added benefits: This mantra is often chanted to hunt the divine defense of Goddess Durga. It truly is considered to create a shield of constructive Power within the chanter, safeguarding them from destructive influences and evil spirits.

Chant the mantras the required number of situations in front of the statue or the image of your goddess every day.

यह भक्त के अपने साथियों के साथ संबंध को मधुर और मजबूत बनाता है।

The Bagalamukhi Mantra is as follows, Ensure that you Adhere to the earlier mentioned-provided techniques to recite it appropriately and produce constructive variations in your

बगलामुखी मूल मंत्र का जाप कौन कर सकता है?

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राजा विक्रमादित्य को दिए थे दर्शन मां बगलामुखी देवी ने, पढ़ें कहां और कैसे

- साधना अकेले में, मंदिर में, हिमालय पर या किसी सिद्ध पुरुष के साथ बैठकर की जानी चाहिए।

‘‘जय जय बगला महारानी, अगम निगम की तुम्हीं बखानी, संकट में घिरा दास तुम्हारो,

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